देहरादून अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य योजनाओं की सटीक जानकारी पहुंचाए जाने को लेकर देहरादून होटल में हेल्थ विभाग ने मीडिया कर्मियों के साथ जिलों से आए एनएचएम कार्मिकों को हेल्थ मिनिस्टर धन सिंह रावत ने अपने विभाग को लेकर कसीदे गड़ते हुए उत्तराखंड में स्वस्थ सेवाए कैसे बेहतर हो सके सुझावों के माध्यम से विभाग अमल करें ऐसी नसीहत विभाग के अफसरों को निदेशालय से लेकर जिले में बनाए जाने की बात कहीं।
पहली बार हैल्थ मिनिस्टर मीडिया वर्क शॉप में शामिल हुए तो मीडिया के कई सवाल भी उठे हकीकत का पता चल जाने के बाद अफसरों को कड़े निर्देश देते हुए सही जानकारी सही समय पर देने की बात कही गई हालाकि हर साल ऐसे बड़े होटलों में वर्कशॉप करने वाला विभाग सरकारी निदेशालय में ऐसे आयोजन किए जाने में कोई पहल कब करेगा जबकि राज्य के मुखिया अपने बड़े आयोजन मुख्य सेवक सदन में करते देखे जाते है।
आईईसी-मीडिया कार्यशाला में एनएचएम कार्मिकों को निर्देश देने के साथ साथ ग्राउड जीरो पर हैल्थ विभाग की क्या तस्वीर है ये हकीकत भी स्वस्थ मंत्री को पता चल गई होगी स्वास्थ्य सेवाओं की बेहत्तरी को मीडियाकर्मियों के सुझावों पर अमल किए जाने की बात प्रेस नोट के माध्यम से बखान की गई है अमल का इंतजार मीडिया के साथ साथ विभाग में भी देखा जा सकता है मीडिया कर्मियों के तीखे सवालों से मंत्री धन सिंह रावत ने कड़वे अनुभव भी मिले है लेकिन अगर उन पर अमल हुआ तो इसका फायदा विभाग के लिए आने वाले समय में रामबाण के रूप में देखा जा सकता है।
स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी प्रदेश के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे, इसके लिये मीडिया और आइईसी टीम की भूमिका महत्वपूर्ण है। दोनों के मध्य समन्वय बनाने का जिम्मा राज्य व जिला स्तर पर तैनात आइईसी कोडिनेटर का है। कार्यशाला में स्वास्थ्य सेवाओं की बेहत्तरी को लेकर मीडियाकर्मियों ने कई सवाल उठाये तथा दो दर्जन से अधिक सुझाव भी दिये, जिस पर विभागीय मंत्री ने प्राप्त सुझावों पर अमल करने के लिये अधिकारियों को निर्देशित किया।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखंड के तत्वाधान में देहरादून में आयोजित एक दिवसीय आइईसी-मीडिया कार्यशाला एवं स्वास्थ्य संवाद में स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने मीडिया और आइईसी की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की सही जानकारी सूबे के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में दोनों का अहम योगदान है, बशर्ते कि राज्य व जिला स्तर पर आइईसी मीडिया के साथ तालमेल बना कर कार्य करे। डॉ0 रावत ने कहा कि कार्यशाला में मीडिया कर्मियों से प्राप्त सुझावों पर विभाग अमल करेगा। इसके लिये उन्होंने विभागीय अधिकारियों को मौके पर ही निर्देश दिये।
विभागीय मंत्री ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाओं से प्राप्त सुझाव स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिये मार्गदर्शन का कार्य कर सकते हैं। उन्होंने कहा शीघ्र ही प्रदेश के सभी जनपदों में इसी प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन किया जायेगा ताकि मीडिया व आइईसी के बीच बेहतर तालमेल व संवाद बना रहे। जिसका लाभ आम आदमी को भी मिल सकेगा।
कार्यशाला में सचिव स्वास्थ्य डॉ0 आर0 राजेश, अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ0 विनीता शाह, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ0 आशुतोष सयाना, निदेशक एनएचएम डॉ0 सरोज नैथानी, निदेशक स्वास्थ्य डॉ0 भारती राणा, सीएमओ देहरादून डॉ0 मनोज उप्रेती, कोरोनेशन जिला अस्पताल की पीएमएस डॉ0 शिखा जांगपांगी सहित सभी जनपदों से आये डीपीएम एवं आईईसी कोर्डिनेटस् एवं मेडिकल कॉलेजों के जनसम्पर्क अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्य एवं दायित्वों को लेकर आइईसी और डीपीएम कसे पेंच
आइईसी-मीडिया कार्यशाला के उपरांत विभागीय मंत्री डॉ0 रावत ने सभी जनपदों एवं मेडिकल कॉलेजों से आये आइईसी एवं डीपीएम की बैठक ली। जिसमें उन्होंने एनएचएम तथा स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित सभी स्वास्थ्य योजनाओं के प्रचार-प्रसार, मीडिया के साथ कोडिनेशन, योजनाओं की मॉनिटिरिंग तथा उनकी रिपोर्टिंग एवं डॉक्यूमेंटेशन में धीमी प्रगति को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुये सभी को अपने कार्य एवं दायित्वों का निर्वहन सही से करने को कहा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिला अस्पताल एवं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की जानकारी से संबंधित होर्डिंग्स, वॉल पेंटिंग व बैनर लगाने के भी निर्देश दिये।
उन्होंने आइईसी कोर्डिनेटर्स को जनपद, तहसील एवं ब्लॉक स्तर पर चिकित्साधिक्षकों के साथ समन्वय स्थापित कर अस्पतालों में किये जा रहे बेहतर कार्यों को भी विभिन्न संचार माध्यमों से जनता के सामने लाने के निर्देश दिये साथ ही विभिन्न वेलनेस सेंटरों में तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) से समन्वय बनाते हुये उनके द्वारा किये जा रहे क्रियाकलापों का भी प्रचार-प्रसार करने को कहा।