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इन्वेस्टमेंट लाकर धामी ने धाक जमाई, राज्य के युवाओं के उम्मीदों को लगे पंख

देहरादून। उत्तराखण्ड के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लीक से हटकर कार्य करने के लिए जाने जाने लगे हैं पहले उन्होंने ब्रांड हिंदुत्व की छवि बनाते हुए देवभूमि उत्तराखंड में सख़्त धर्मांतरण क़ानून लागू करा फिर साथ ही प्रदेश भर में अवैध मज़ारों को ध्वस्त कर वन विभाग की हज़ारों एकड़ भूमि को वापस क़ब्ज़े में लिया। यह सर्वविदित हो चुका है की सामान नागरिक संहिता ( यूसीसी) क़ानून को लागू करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य बन रहा है जिसका ड्राफ़्ट कमेटी द्वारा लगभग पूरा कर लिया गया है । युवा फ़ायर ब्रांड और धाकड़ धामी वाली छवि से इतर धामी का फ़ोकस राज्य के विकास की तरफ़ केंद्रित हो गया है । इसके सिलसिले में उन्होंने “ इंवेस्टर समिट” कार्यक्रमों की शुरुआत करते हुए पहला दौरा अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ यूनाइटेड किंगडम का किया और वहाँ से लगभग १२,५०० करोड़ के निवेश के एमओयू उत्तराखण्ड सरकार ने किए हैं । आज दिल्ली में उन्होंने जेएसडब्ल्यू नियो एनर्जी के साथ १५ हज़ार करोड़ के एमओयू में हस्ताक्षर किए हैं जिससे राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में ऊर्जा संसाधनों को बल मिलने की भरपूर उम्मीद है ।

मुख्यमंत्री धामी ने दिल्ली में पत्रकारों को कहा कि उत्तराखण्ड में वेलनेस टूरिज्म और विलेज टूरिज्म जैसी अनेक संभावना है। उत्तराखण्ड में ऋषिकेश योग और आध्यात्म की वैश्विक राजधानी के रूप में जाना जाता है। यूरोप से लेकर अन्य देशों के पर्यटक हर साल बड़ी तादात में योग आध्यात्म के लिए उत्तराखण्ड का रुख करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ऋषिकेश एवं अन्य स्थानों पर विश्वस्तरीय कन्वेशनर सेंटर की स्थापना हेतु निवेशकों से बातचीत कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयोजित जी-20 समिट के सफल आयोजन से व्रिटेन और भारत दोनों देशों के रिश्तों को और अधिक मजबूती मिली है।

आगामी दिसंबर माह में आयोजित होने वाले उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में ₹2.5 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा गया है, जो प्रदेश की आर्थिकी को नई गति प्रदान करेगा । इस अक्टूबर दूसरे सप्ताह वह स्वयं दुबई सिंगापुर आदि देशों का दौरा करके एमएनसी कम्पनीज़ को उत्तराखण्ड में निवेश के लिये आमंत्रित करेंगे।

देश के सबसे युवा मुख्यमंत्री धामी अपने विकास मॉडल पर फ़ोकस करके जहां उत्तराखण्ड की आम जनता के बीच लोकप्रियता बढ़ाने में आगे निकल चुके हैं वहीं विगत दो माह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें तीन बार दिल्ली में समय देकर बढ़ी बैठके की हैं उससे साबित होता है की धामी अपने नेतृत्व की पसंद बन चुके हैं। साथ ही उनके कुमाऊँ मण्डल के मंदिरों को जोड़ने वाले सर्किट “ मानस माला “ के कार्यों को देखने स्वयं मोदी पिथौरागढ़ के सीमांत चीन सीमा से लगी दारमा और व्यास घाटी के ओम पर्वत आदि कैलास और नारायण आश्रम के दौरे पर आ रहे हैं ।

( ध्रुव रौतेला उत्तराखण्ड के वरिष्ठ पत्रकार हैं और पूर्व में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के ओएसडी रह चुके हैं )

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