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Sunday, March 16, 2025
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HomeUttarakhand Newsडीएम ने सुनी ओखलकंडा चंपावत सीमा पर जनसुनवाई में फरियादियों की गुहार

डीएम ने सुनी ओखलकंडा चंपावत सीमा पर जनसुनवाई में फरियादियों की गुहार

जिलाधिकारी वंदना सिंह ने साप्ताहिक जनसुनवाई के दौरान जनपद के दूरस्थ विकासखंड ओखलकांडा के चंपावत सीमा से लगे अंतिम ग्राम गोनियारो में शिविर लगाकर जनसमस्याओं को सुना ।शिविर में मुख्य रूप से बिजली,पानी, सोलर लाइट, गैस, मनरेगा, दैवीय आपदा से क्षति सहित अन्य समस्याओं से संबन्धित लगभग 150 से अधिक शिकायतें दर्ज हुई, जिसमें जिलाधिकारी ने अधिकांश समस्याओं में शिकायतकर्ता की सुनवाई कर मौके पर निस्तारण किया गया। जबकि अन्य शिकायतों के निस्तारण हेतु डीएम ने 15 दिन के भीतर संबन्धित अधिकारियों को शिकायतों का निस्तारण कर अवगत कराने के निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि शिविर में देखने को मिला कि दूरस्थ क्षेत्रों में अधिकारियों के भ्रमण न करने के कारण जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने में परेशानी का सामना करना पड़ता है, उन्होंने कहा कि फील्ड ऑफिसर अपने समकक्ष अन्य विभागों के अधिकारियों का नंबर रखे और आपसी समन्वय से जनता के कार्य को प्राथमिकता से करें,जिससे विभिन्न योजनाओं के तहत आवेदनकर्ता को अनावश्यक दफ्तरों के चक्कर नहीं काटना पड़े और योजनाओं का लाभ भी समय से मिल सके।

शिविर में स्थानीय लोगों ने बताया कि 16 जुलाई की बारिश से खेतीबाड़ी और मकान को नुकसान हुआ है। राजस्व विभाग द्वारा भारी बारिश से हुए नुकसान का समय से जायजा और मुआवजा न देने पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए एसडीएम धारी को प्रत्येक घर का सर्वे करवाते हुए मौके पर ही सहायता राशि वितरित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही डीएम ने कहा कि तहसील स्तर से सहायता राशि वितरित करने में जिस स्तर से भी लापरवाही की गई है उसे एसडीएम संबधित कार्मिक की जिम्मेदारी तय करते हुए स्पष्टिकरण लें। डीएम ने कहा कि राजस्व विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देशित किया है कि मानसून अवधि में अतिवृष्टि से होने वाले नुकसान का अधिकारी तत्काल जायजा लेते हुए कार्यवाही करें ।

कैंप में कई लोगों ने मनरेगा योजना से संबंधित शिकायत की। उन्होंने बताया कि मनरेगा योजना के तहत भुगतान, जियो टैगिंग, कार्य योजनाओं में समस्याएं आ रही है। जिस संबंध में डीएम ने जिला विकास अधिकारी को गौनियारो में मनरेगा योजना के तहत होने वाले ऑन गोइंग और नए कार्यों की विस्तृत जांच के आदेश दिए। कहा कि मनरेगा मांग आधारित योजना है,साथ ही बजट की कमी नहीं होती किंतु कार्मिकों की लापरवाही और मनमानी के कारण लोगों को समस्याओें का सामना करना पड़ रहा है। कहा कि जांच में अगर कोई दोषी पाया जाता है,तो सम्बंधित कार्मिक के खिलाफ कार्यवाही की जाए।

पीएमजीएसवाई की लगभग 35 किमी सड़क की खस्ता हालात और मानसून से पूर्व नालों की सफाई, झाड़ी कटान न होने पर डीएम ने ईई पीएमजीएसवाई को विभाग के संबंधित अभियंता पर कार्यवाही करने और तत्काल सड़क की परिस्थिति सुधारने के निर्देश दिए। इसके साथ ही एसडीएम धारी को सड़क के कार्य की तकनीकी टीम द्वारा जांच करने के निर्देश दिए । डीएम ने कहा कि मानसून से पूर्व सभी निर्माणदाई एजेंसियों को नाली सफाई, झाड़ी कटान के आदेश दिए गए थे। जिससे मानसून के दौरान लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। लेकिन विभाग द्वारा कार्य में लापरवाही देखने को मिल रही है।
घरेलू गैस में मिली शिकायत के संबंध में डीएम ने सप्लाई इंस्पेक्टर को सम्बंधित सप्लाई एजेंसी का निरीक्षण करते हुए रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। कहा की भविष्य में इस तरह को शिकायत दुबारा न आए, इसके लिए समय समय पर खुद ही निरीक्षण करें।

शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा मौके पर लोगों की समस्या का निदान और योजना परक जानकारी दी गई। जिसमें पशुपालन विभाग ने 25 पशुपालकों को दवा वितरीत, बाल विकास द्वारा महालक्ष्मी किट, प्रधानमंत्री मात्र वंदना योजना, ग्राम विकास विभाग द्वारा बीपीएल कार्ड, पंचायतीराज द्वारा 15 से अधिक समस्याओं का निस्तारण जिसमें परिवार रजिस्ट्ररी, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र संबंधित जानकारी दी गयी। उद्यान विभाग द्वारा फसलों में छिड़काव के दवा, कृषि विभाग ने पीएम किसान सम्मान निधि हेतु समस्याओं का निस्तारण और सम्मान निधि के आवेदन पत्र वितरीत किए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 109 लोगों का निशुल्क जांचे और दवा वितरीत की गई।विद्युत विभाग ने कुल 21 समस्याओं निस्तारण किया। जबकि शिविर में आधार कार्ड, विभिन्न आवेदन पत्र,राशन कार्ड पेंशन आदि समस्याओं का मौके पर निस्तारण किया गया।

इससे पूर्व डीएम ने लुगड़ से गौनियारो तक विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान हरीश ताल और लोहाखाम ताल के सौंदर्यपरक और पर्यटन हब के रूप में विकसित करने हेतु जिला पर्यटन अधिकारी को होम कलस्टर योजना से जोड़ने को कहा। इसके साथ ही स्थानीय लोगों के सुझाव हेतु 15 दिन के भीतर बैठक कर रूप रेखा तैयार करने के निर्देश दिए।

इस दौरान एक पेड़ मां के नाम के तहत डीएम ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय मेवाड़ी गाजा में पौध रोपण किया। बड़ोन रेंज में विभिन्न जगह पर नदी से मिट्टी का कटाव हो रहा है इसके लिए सिंचाई विभाग को सुरक्षात्मक कार्यों के साथ वन विभाग को बांस का प्लांटेशन और बायो मेकानिकल मेजर के उपाय करने को कहा। साथ ही लोनिवि को इन स्थलों को चिन्हित करते हुए वायर क्रेट -करालीगाड़ में सिंचाई विभाग को तत्काल राहत हेतु चैनलाइजेशन करने को कहा। इस दौरान विधायक भीमताल राम सिंह कैड़ा, सीएमओ डा श्वेता भंडारी, एसडीएम धारी के एन गोस्वामी, लोनिवि ईई रत्नेश सक्सेना, पीएमजीएसवाई मीना भट्ट सहित अधिकारी और क्षेत्रीय जनता मौजूद रही।

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