Cm Uttarakhand Visit Haridwar बारिश का रेड अलर्ट उत्तराखंड में बारिश से हाल बेहाल है। जहां बीते कई दिनों से भारी बारिश हो रही है तो वहीं अब मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार शुक्रवार को देहरादून पौड़ी और टिहरी में अत्यंत भारी वर्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश से नदियां उफान पर हैं वहीं जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मौसम विभाग द्वारा प्रदेश के कई जिलों में रेड एवं ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। आप सभी प्रदेशवासियों एवं पर्यटकों से अनुरोध है कि अनावश्यक यात्रा से बचें।जिला प्रशासन एवं एसडीआरएफ को 24 घंटे अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए हैं। स्वयं भी संबंधित अधिकारियों से संपर्क स्थापित कर प्रत्येक परिस्थिति की मॉनिटरिंग कर रहा हूं।
चंपावत, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट है। अन्य जिलों में भी कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तीव्र बौछारें पड़ सकती हैं। यह क्रम आगामी 14 अगस्त तक बने रहने की आशंका है। बीते तीन दिनों से दून के कई इलाकों में भारी वर्षा का क्रम बना हुआ है। रोजाना एक से दो दौर भारी वर्षा के दर्ज किए जा रहे हैं। मालदेवता और सहस्रधारा क्षेत्र में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। मालदेवता के सरखेत में सड़कें बहने के साथ ही विद्युत पोल बह गए हैं। बांदल नदी के उफान पर होने के कारण ग्रामीणों की आवाजाही ठप है।
Cm Uttarakhand Visit Haridwar बारिश का रेड अलर्ट
बारिश बारिश से हरिद्वार जिले में भारी नुकसान हुआ है जिसके चलते किसानों के साथ-साथ कई रास्ते बंद है कई गांव में बरसात का पानी घुस जाने से पिछले काफी दिनों से हालत खराब चल रहे हैं हालांकि प्रशासन यहां पर राहत देने के लिए हर संभव कोशिश में जुटा है फिलहाल बरसात से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है भारत सरकार की टीमों ने भी हरिद्वार में बरसात से नुकसान के आकलन का जायजा मौके पर जाकर लिया है।
शुक्रवार को भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग में जारी की है जिसके चलते कई पहाड़ी जिलों के साथ-साथ मैदानी जिलों में भी बारिश का कर देखने को मिल सकता है बारिश को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अलर्ट मोड पर भी नजर आ रहे हैं उन्होंने राहत और बचाव कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए हैं साथ ही हरिद्वार जिले में मौसम की खराबी को देखते हुए यहां हुए नुकसान का आकलन फिलहाल किया जा रहा है।