मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उच्च शिक्षा एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत चयनित 139 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इनमें उच्च शिक्षा विभाग में 52 और चिकित्सा शिक्षा विभाग में 87 पदों पर नियुक्तियाँ शामिल हैं। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने नवनियुक्तों से ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करते हुए उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते साढ़े तीन वर्षों में राज्य में 23,000 से अधिक अभ्यर्थियों को सरकारी सेवाओं में नियुक्तियाँ दी गई हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उत्तराखंड में नौकरियों का एकमात्र आधार अब योग्यता, प्रतिभा और क्षमता है। प्रतियोगी परीक्षाओं की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए गए हैं, जिससे पेपर लीक जैसी समस्याओं पर रोक लगी है।
नवीन नियुक्तियाँ और विभागीय विस्तार
मुख्य सेवक सदन में आयोजित कार्यक्रम में लोक सेवा आयोग और चिकित्सा सेवा चयन आयोग के माध्यम से चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए। इनमें असिस्टेंट प्रोफेसर, प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, ट्यूटर और मेडिकल सोशल वर्कर जैसे पद शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अध्यापन एक अत्यंत जिम्मेदार कार्य है, जिससे समाज और राष्ट्र दोनों के भविष्य का निर्माण होता है। उन्होंने युवाओं को उद्यमिता और स्टार्टअप की ओर प्रेरित करने का भी आग्रह किया और बताया कि राज्य सरकार ‘देवभूमि उद्यमिता योजना’ जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से नवाचार और स्वरोजगार को बढ़ावा दे रही है।
शिक्षा और स्वास्थ्य ढांचे का सशक्तिकरण
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड में स्वास्थ्य ढांचे को सशक्त बनाने के लिए ठोस कार्य हो रहे हैं। हर जिले में मेडिकल कॉलेजों की स्थापना, अस्पतालों का आधुनिकीकरण और चिकित्सा सेवाओं का विस्तार राज्य की प्राथमिकता है।
शिक्षा मंत्री का वक्तव्य
कार्यक्रम में उच्च शिक्षा एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि उत्तराखंड उच्च शिक्षा विभाग में फैकल्टी के सभी पद भरने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। मेडिकल कॉलेजों में भी 70% से अधिक पद भर लिए गए हैं और शीघ्र ही 400 एसोसिएट प्रोफेसरों की भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाएगी।इस अवसर पर कृषि मंत्री गणेश जोशी, विधायक खजान दास, श्रीमती सविता कपूर, उच्च शिक्षा उन्नयन समिति के उपाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र भसीन एवं डॉ. जयपाल सिंह सहित अन्य अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।