चारधाम यात्रा 2025 में स्वास्थ्य सेवाएं सशक्त: 49 स्थायी केंद्र, 154 एंबुलेंस, और केदारनाथ में 17-बेड अस्पताल
देहरादून उत्तराखंड की चारधाम यात्रा 2025 को सफल एवं सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने त्रिस्तरीय स्वास्थ्य व्यवस्था लागू की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग ने इस वर्ष विशेष तैयारियों के साथ यात्रा मार्गों पर मेडिकल व्यवस्थाओं को व्यापक रूप से मजबूत किया है।
तीन चरणों में स्वास्थ्य सेवाएं, पहाड़ी जोखिमों पर विशेष फोकस
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि इस बार का फोकस उच्च हिमालयी क्षेत्रों में ऑक्सीजन की कमी, ठंड और पुरानी बीमारियों से ग्रसित श्रद्धालुओं के लिए प्रोएक्टिव स्वास्थ्य प्रबंधन रहा है। विशेष रूप से बुजुर्ग, हृदय व सांस रोगियों की स्क्रीनिंग एवं प्राथमिक देखभाल को प्राथमिकता दी गई है।
रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी में 49 स्थायी केंद्र, 20 मेडिकल रिलीफ पोस्ट
- 49 स्थायी स्वास्थ्य केंद्र और 20 मेडिकल रिलीफ पोस्ट (MRP) को रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी जिलों में सक्रिय किया गया है।
- हरिद्वार, देहरादून, टिहरी और पौड़ी जैसे गेटवे जिलों में भी स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया गया है।
- 57 स्क्रीनिंग कियोस्क लगाए गए हैं; जिनमें दो-दो स्क्रीनिंग सेंटर हरिद्वार, ऋषिकेश, विकासनगर में और एक कालियासौड़ (पौड़ी) में जोड़ा गया है।
केदारनाथ में 17-बेड का अस्पताल, विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती
- केदारनाथ धाम में इस वर्ष श्रद्धालुओं के लिए 17-बेड का आधुनिक अस्पताल शुरू किया गया है।
- यात्रा मार्गों पर 31 विशेषज्ञ डॉक्टर, 200 मेडिकल ऑफिसर और 381 पैरामेडिकल स्टाफ तैनात हैं।
- डॉक्टरों में 47 विशेषज्ञ राज्य स्वास्थ्य सेवा, 13 केंद्र सरकार और 5 निजी मेडिकल कॉलेज से उपलब्ध कराए गए हैं।
ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल से डिजिटल निगरानी
- स्वास्थ्य विभाग ने “ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल” के माध्यम से यात्रियों के स्वास्थ्य की डिजिटल निगरानी शुरू की है।
- चारधाम जिलों को 50 टैबलेट डिवाइस उपलब्ध कराए गए हैं, जिससे सभी स्क्रीनिंग सेंटर और MRP का डेटा तुरंत डिजिटल रूप में संकलित हो रहा है।
154 एंबुलेंस और हेली सेवा सतर्क, 29 श्रद्धालुओं को यात्रा से रोका गया
- यात्रा मार्ग पर कुल 154 एंबुलेंस और हेली एंबुलेंस सेवा सक्रिय रूप से कार्य कर रही हैं।
- अब तक 369 श्रद्धालुओं को एंबुलेंस से और 33 श्रद्धालुओं को हेली एंबुलेंस से रेफर कर उचित इलाज हेतु भेजा गया।
- 29 श्रद्धालुओं को चिकित्सकीय कारणों से यात्रा न करने की सलाह दी गई, उन्हें उनके स्वास्थ्य के मद्देनजर लौटाया गया।
स्वास्थ्य विभाग का संदेश
स्वास्थ्य सचिव ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा से पहले स्वास्थ्य जांच अवश्य कराएं, निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करें और किसी भी समस्या पर तत्काल स्क्रीनिंग या एमआरपी केंद्र से संपर्क करें।
मुख्य तथ्य (Highlights):
- ✅ 49 स्थायी केंद्र और 20 एमआरपी
- ✅ 154 एंबुलेंस और हेली सेवा
- ✅ केदारनाथ में 17-बेड का अस्पताल
- ✅ 31 विशेषज्ञ डॉक्टर, 200 मेडिकल ऑफिसर
- ✅ 57 स्क्रीनिंग कियोस्क
- ✅ 29 यात्रियों को रोककर लौटाया गया
- ✅ ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल से डिजिटल डेटा संग्रह