चार धाम यात्रा 2022 उत्तराखंड समाचार Char Dham Yatra 2022 Uttarakhand Samachar देहरादून उत्तराखंड में चार धाम यात्रा को लेकर राज्य सरकार यात्रा मार्गो पर बेहतर सन्देश देने के साथ साथ यात्रा मार्गो पर ट्रैफिक अधिक होने का अंदेशे के चलते तैयारी में जुट गयी है चार धाम यात्रा में बाबा केदारनाथ बद्रीनाथ गंगोत्री यमनोत्री धामों पर वर्ष 2022 की यात्रा में मई जून महीने में अधिक यात्री अपनी बुकिंग करवा चुके है यात्रा मार्गो पर होटल से लेकर रहने वाली सभी जगह पूरी तरह पैक हो चुकी है बेहतर तैयारी और इंटरनेट वयवस्था यात्रा मार्गो पर एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आती है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मुख्य सेवक बनने के बाद हमारी सरकार जनता का विश्वास जीतने में कायम रही। 2013 में आई आपदा से केदारनाथ मंदिर का प्रांगण पूरी तरह तबाह हो गया था, परंतु आज केदारनाथ मंदिर का भव्य निर्माण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में पूरी रफ्तार के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा 5 नवंबर 2021 को नरेंद्र मोदी जी द्वारा केदारनाथ में विकास कार्य हेतु 400 करोड रुपए की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया। इस वर्ष की चार धाम यात्रा कई मायनों में विशेष है, इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, जिनके स्वागत के लिए उत्तराखंड पूर्ण रूप से तैयार है और इस मंच से मैं आप सभी को इस यात्रा हेतु आमंत्रित करता हॅू।
मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने सचिवालय में पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाने हेतु जेई एवं एई की तैनाती हेतु सख्त निर्देश देते हुए ज्वाइन न करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अगले 6, 7 माह में केदारनाथ में बहुत से निर्माण कार्य होने हैं जिनकी स्वयं प्रधानमंत्री जी लगातार समीक्षा कर रहे हैं।
उन्होंने निर्देश दिए कि लेबर को रहने खाने की समस्या न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए, साथ ही उनके बिलों का समय से भुगतान किया जाए। उन्होंने मैटेरियल की आपूर्ति एवं स्टोरेज की उचित व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि समय से सभी कार्य पूर्ण हो सकें इसके लिए कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए, साथ ही टारगेट भी बढ़ाया जाए। इसके साथ ही मुख्य सचिव ने चेयरमैन ब्रिडकुल आर. के. सुधांशु को निर्देश दिए कि प्रदेश के स्थापित सभी रोप-वे का सुरक्षा की दृष्टि से प्रत्येक 6 माह में निरीक्षण किया जाए। इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर के सुधांशु एवं सचिव दिलीप जावलकर सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।