देहरादून इगास लोकपर्व उत्तराखंड में बूढ़ी दीपावली के नाम से जाना जाता है रावण की लंका जला कर भगवान श्री राम के पहाड़ी इलाके में दीपावली के 11 दिन बाद समाचार मिला था जिसके चलते इगास लोकपर्व मनाया जाता है उत्तराखंड की सरकार के मुखिया रहे त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने कार्यकाल में सांसद अनिल बलूनी की मुहिम पर अवकाश घोषित नही किया लेकिन वर्तमान सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दूसरी बार अवकाश घोषित करके बलूनी की मुहिम को लोक संस्कृति से जोड़ते हुए एक नया उत्साह भरने का काम किया है जिसकी झलक सी एम आवास में जुटे बीजेपी के हरिद्वार सांसद निशंक सहित कई मंत्री मौजूद रहे
दिल्ली में अनिल बलूनी आवास पर आयोजित किया गया देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहाड़ के बूढ़ी दीपावली उत्सव इगास को अनिल बलूनी द्वारा फिर से जीवित किए जाने पर उत्सव मनाए जाने के आयोजन को एक अच्छी पहल बताते हुए उनकी पत्नी सहित बलूनी को पत्र लिख कर शुभ कामनाएं दी है
दिल्ली में पहली बार बूढ़ी दीपावली मनाएं जाने को लेकर बड़ा आयोजन होने से प्रवासी उत्तराखंडी भी अपने लोकसंस्कृति की झलक से रूबरू हो पाए है जिसमे कई केंद्रीय मंत्री सहित उत्तराखंड के कई नेता शामिल हुए वही उत्तराखंड में भी देहरादून से लेकर पहाड़ी जिलों में ईगास उत्सव की धूम देखी गई राज्य के मुखिया पुष्कर सिंह धामी सहित बीजेपी अध्यक्ष ने ईगास पर आयोजित किए गए कार्यक्रम में हिस्सा लेकर उत्तराखंड की संस्कृति को नया रंग देने की कोशिश की गई है