पतितपावनी माँ गंगा, माँ यमुना एवं माँ सरस्वती के परमपवित्र दिव्य त्रिवेणी संगम में महाकुंभ-2025 के अलौकिक एवं पुण्यदायी कालखंड में सपरिवार स्नान का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस अविस्मरणीय क्षण में पवित्र जलराशि से अभिसिक्त होकर आध्यात्मिक शुद्धि एवं दिव्यता का अद्वितीय अनुभव प्राप्त हुआ। तीर्थराज प्रयाग की पुनीत धरा पर ईश्वर से समस्त प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि एवं राज्य की उन्नति के लिए प्रार्थना की।
महाकुंभ शताब्दियों से अपनी अक्षुण्णता बनाए रखते हुए सनातन धर्म की आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक महत्ता के माध्यम से कोटि जनों को धर्म व संस्कृति से जोड़ता आ रहा है। यह केवल आध्यात्मिक चेतना ही नहीं अपितु राष्ट्रीय एकता, अखंडता और विश्व बंधुत्व का प्रतीक है जो मानवता को नैतिक मूल्यों एवं विश्व मंगल की ओर प्रेरित करता है।

महाकुंभ आस्था संगम पर मुख्यमंत्री धामी ने परिवार संग किया स्नान उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी परिवार संग महाकुम्भ में पहुंचे धार्मिक आस्था के संगम में उन्होंने परिवार संग आस्था की डुबकी लगाई महाकुंभ मेले के दौरान त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया। पवित्र स्नान के बाद उन्होंने पूजा-अर्चना की दोपहर बाद धामी प्रयागराज से उत्तराखंड वापिसी करेंगे
रविवार को राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी परिवार संग प्रयागराज कुम्भ पहुंचे थे सोमवार को सोशल मीडिया के माध्यम से उनकी तस्वीरें माँ को महाकुंभ में स्नान कराते हुए तस्वीरें वायरल हुई थी इस दौरान धामी ने प्रयागराज में लगाए गए प्रयागराज स्थित उत्तराखण्ड मंडपम में आयोजित भजन संध्या में सम्मिलित हुआ। कार्यक्रम में भक्ति भाव से ओत-प्रोत ऊर्जा से मन अभिभूत हो गया और एक अलग आत्मिक शांति की अनुभूति हुई।
इस दौरान ‘उत्तराखण्ड मंडपम’ में बनाए गए श्री यमुनोत्री धाम, श्री गंगोत्री धाम, श्री केदारनाथ धाम, श्री बदरीनाथ धाम, श्री जागेश्वर धाम, श्री गोल्ज्यू देवता व नीब करौरी बाबा की भव्य प्रतिकृतियों का अवलोकन किया।