देहरादून उत्तराखंड लोकसभा चुनाव में सियासी बिसात सजने के साथ तैयार हो चूका है राजनैतिक पंडितो से लेकर हर किसी की नज़र उत्तराखंड की पांच सीटों पर केंद्रित है उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मोदी को पांच कमल की हैट्रिक करने को बेताब नज़र आते है धामी उत्तराखंड में पाँचो सीटों पर प्रचार से लेकर रोड शो में अपनी राजनैतिक कुशलता से जीत का मन्त्र बीजेपी वर्कर्स में बूस्टअप कर रहे है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुमायु मंडल में आयोजित रैली के माध्यम से पाँचो सीट पर जीत की गारंटी को लेकर फ्री बिजली योजना पर जनता को आकर्षित कर चुके है ऐसे में कांग्रेस अपने प्रचार में अभी तक पीछे चल रही है गढ़वाल मंडल की पौड़ी सीट पर अनिल बलूनी बीजेपी से पहली बार राजनैतिक चुनाव जनता की चौखट पर लड़ रहे है वो राज्यसभा सांसद के रूप में कई योजनाओं से उत्तराखंड की राजनीती में भविष्य का सपना साकार करते देखे जा चुके है तो वही कांग्रेस से विधानसभा चुनाव श्रीनगर से हार चुके गणेश गोदियाल अपनी जीत के लिए जनता के दरवाजे पर खड़े है।
पौड़ी गढ़वाल सीट पर जनता के बीच कांग्रेस के गणेश गोदियाल हार की कसक को खत्म करने का सपना देख रहे है तो वही धन सिंह रावत अपनी विधानसभा में राजनैतिक जमीन को बचाये रखने में जनता के दरवाजे पर अनिल बलूनी संग खड़े नज़र आ रहे है एक अनुमान के अनुसार पौड़ी सीट पर कांग्रेस सपोर्ट के बिना गणेश गोदियाल अच्छी पोजीशन पर बने हुए है श्री नगर से लेकर कई विधानसभा से जनता का रिस्पांस गणेश के लिए संजीवनी सा नज़र आता है
उत्तराखंड में अगर बीजेपी में कुनबा बढ़ाये जाने का ग्राफ देखा जाएं तो बीजेपी सबसे आगे है लोस चुनाव से पूर्व भाजपा ने करीब 12,500 नए लोगों को पार्टी की सदस्यता दिलाई है कुछ बड़े नाम अभी भी ज्वाइन किये जाने की वेटिंग लिस्ट में है। गढ़वाल मण्डल में बीजेपी में शामिल होने वाले विधायकों से लेकर ऐसे नाम रहे जो विधानसभा चुनाव 22 में दूसरे या तीसरे नंबर पर वोट लेकर राजनैतिक वजन रखते है बीजेपी उनको अपने पाले में लाने में कामयाब रही है।
गढ़वाल मंडल तुलना में भाजपा का ज्वाइनिंग अभियान कुमाऊं मंडल में प्रभावी नहीं रहा। नैनीताल लोस क्षेत्र में कालाढुंगी विस से महेश चंद्र शर्मा ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा। महेश चंद्र को 2022 के चुनाव में 43 हजार से अधिक वोट मिले थे। भीमताल विस सीट पर कांग्रेस से चुनाव लड़े दान सिंह भंडारी ने भी भाजपा में वापसी कर ली। भंडारी को 15 हजार से अधिक वोट मिले थे। किच्छा से प्रत्याशी रहे अजय तिवारी ने भी भाजपा की सदस्यता ली। उन्हें 6,000 से अधिक वोट मिले थे। इनके अलावा कुमाऊं मंडल से कांग्रेस का कोई बड़ा चेहरा भाजपा में शामिल नहीं हुआ।