दिल्ली विधानसभा चुनाव बीजेपी ने खेला मास्टर स्टॉक आप की हिली बुनियाद
विधानसभा चुनाव में भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। जहां एक तरफ आम आमदी पार्टी ने इस बार पहले से अच्छा प्रदर्शन करने के दावा किया है। वहीं भाजपा-कांग्रेस ने भी जीत के लिए पूरी ताकत झोंक दी है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बड़ी पहल करते हुए खेला मास्टर स्टॉक जिसने आप की बुनियाद को हिला कर रख दिया है झुग्गी बस्ती में बीजेपी इंट्री ने आप में हड़कंप जैसी मौजूदा हलचल को देखा है चुनाव में बीजेपी अगर पांच तक ऐसे ही मैदान में जुटी रही तो बीजेपी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में सफलता का नया अध्याय लिखे जाने का अवसर मिल सकता है
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी के लिए इस बार सत्ता में इंट्री किया जाना भविष्य के राजनैतिक समीकरण से बेहद जरुरी है दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 सीटों पर पिछली बार आप ने दूसरी बार सरकार बनाई थी लेकिन इस बार आसानी से सरकार बनाये जाने के आसार नज़र नहीं आ रहे है आप केजरीवाल के बूते दिल्ली में एक बार फिर चुनावी समर में हैट्रिक किये जाने में जुटी हुई है

दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार आप को कड़ी टक्कर कांग्रेस से मिल सकती है कई सीटों पर बीजेपी को इसका फायदा मिलता नज़र आ रहा है अंतिम समय तक प्रचार तीन तक होगा सोमवार को प्रचार का अंतिम दिन है ऐसे में दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार को धार देते राजनैतिक दल मतदाता को अपने अपने चुनावी वादों से रिझा रहे है मतदाता किसकी तरफ जायेगे फैसला पांच को मतदान से होने जा रहा है चुनाव परिणाम आठ को आएंगे
दलगत स्थिति को देखा जाए तो 19 प्रतिशत आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों में 33 प्रतिशत राष्ट्रीय पार्टी के, 13 प्रतिशत राज्य पार्टी के, आठ प्रतिशत पंजीकृत अन्य पार्टी के और 10 प्रतिशत निर्दलीय उम्मीदवार हैं। गंभीर आपराधिक मामलों की बात करें तो इसमें 18 प्रतिशत राष्ट्रीय पार्टी के, 10 प्रतिशत राज्य पार्टी के, 6 प्रतिशत पंजीकृत अन्य पार्टी के और 8 प्रतिशत निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं।
आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जैसे प्रमुख दलों ने भी आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को टिकट दिया है। आप के 63 प्रतिशत, कांग्रेस के 41 प्रतिशत और भाजपा के 29 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। वहीं गंभीर आपराधिक मामलों की श्रेणी में आप के 41 प्रतिशत, कांग्रेस के 19 प्रतिशत और भाजपा के 13 प्रतिशत उम्मीदवार आते हैं।
बीजेपी में कई नेता मुख्यमंत्री की रेस में नज़र आ सकते है ऐसे में बिहारी मतदाता से लेकर पूर्वांचल मतदाता सबसे अहम् भूमिका निभा सकते है दुष्यंत गौतम भी दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ रहे है कई नेता उनके प्रचार में जुटे हुए है नामांकन भरे जाने के बाद से लगातार उनका सियासी सफर दिल्ली में बन जाने की चर्चा है अभी तक वो राष्टीय संघठन महामंत्री के पद पर बने हुए है
करोलबाग विधानसभा सीट से नामांकन पत्र दाखिल किये जाने के बाद दुष्यंत गौतम ने कहा था क्षेत्र के विकास और उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक नई शुरुआत की है। आपका साथ और समर्थन हमारी ताकत है। आइए, हम सब मिलकर करोलबाग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रण लें।
इस विशेष अवसर पर नई दिल्ली लोकसभा से लोकप्रिय सांसद बहन बांसुरी स्वराज जी, पूर्व महापौर रवीन्द्र गुप्ता, जिलाध्यक्ष सुनील कक्कड़, निगम पार्षद मनीष चड्ढा मंडल अध्यक्ष मदन खत्री , परीक्षित बागड़ी, गोपाल कृष्ण पूर्व जिलाध्यक्ष अनु.जाति मोर्चा दिनेश कुमार एवं अन्य वरिष्ठ नेताओं व कार्यकर्ताओं की उपस्थिति ने इस दिन को और अधिक प्रेरणादायक बना दिया।