भारत के चार खिलाड़ियों को खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जिसमें 22 वर्षीय मनु भाकर, 18 वर्षीय डी गुकेश, भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह, और पैरालंपियन प्रवीण कुमार शामिल हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में इन खिलाड़ियों को यह पुरस्कार प्रदान किया।
मनु भाकर पेरिस ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली स्वतंत्र भारत की पहली महिला खिलाड़ी बनीं, जिन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत और मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक हासिल किया। हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में लगातार दूसरे ओलंपिक में कांस्य पदक जीता।

डी गुकेश 18 साल की उम्र में शतरंज में विश्व चैंपियन बने और भारतीय टीम को शतरंज ओलंपियाड में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक दिलाने में भी अहम भूमिका निभाई। प्रवीण कुमार ने पेरिस पैरालंपिक में टी64 वर्ग में स्वर्ण पदक जीता, जो एक विशेष श्रेणी है, जिसमें खिलाड़ी कृत्रिम पैर पर दौड़ते हैं।
यह पुरस्कार इन खिलाड़ियों की अद्वितीय उपलब्धियों और खेलों में उनके योगदान का सम्मान है। खेल रत्न के अलावा 34 खिलाड़ियों को 2024 में खेलों में उत्कृट प्रदर्शन के लिए अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया जिसमें से एथलीट सुचा सिंह और पैरा तैराक मुरलीकांत राजाराम पेटकर को अर्जुन अवॉर्ड लाइफटाइम पुरस्कार से सम्मानित किया गया। बेहतर कोचिंग देने के लिए पांच लोगों को द्रोणाचार्य पुरस्कार मिला, जिसमें बैडमिंटन कोच एस मुरलीधरन और फुटबॉल कोच अरमांडो एगनेलो कोलाको को लाइफटाइम वर्ग में शामिल हैं।