मन की बात पीएम नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मन की बात (Mann ki baat) कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पेड़ लगाने और जल का संरक्षण करने की अपील की। इसके अलावा उन्होंने अमेरिका से लौटाई गई 100 से ज्यादा दुर्लभ और प्राचीन कलाकृतियों का भी जिक्र किया। यह कार्यक्रम का 103वां एपिसोड था। पीएम मोदी हर महीने के आखिरी रविवार को मन की बात करते हैं ।मन की बात कार्यक्रम को उत्तराखंड में कई जगह पर सुना गया है उत्तराखंड सरकार के साथ साथ प्रदेश के लिए गर्व का विषय है मोदी जी ने मन की बात में उत्तराखंड का जिक्र करते हुए कई बातो को कहा है
मुझे विश्वास है कि ऐसे प्रयासों से हमारी सांस्कृतिक धरोहरों की चोरी रोकने को इस बात को ले करके देशभर में जागरूकता बढ़ेगी। इससे हमारी समृद्ध विरासत से देशवासियों का लगाव भी और गहरा होगा।
मैंने देवभूमि उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों से अपील की थी कि वो यात्रा के दौरान ज्यादा से ज्यादा लोकल प्रोडक्ट्स खरीदें। अब इसका वहां बहुत असर हुआ है। आज भोजपत्र के उत्पादों को यहां आने वाले तीर्थयात्री काफी पसंद कर रहे हैं और इसे अच्छे दामों पर खरीद भी रहे हैं।
मन की बात पीएम नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के साथ
भोजपत्र की यह प्राचीन विरासत, उत्तराखंड की महिलाओं के जीवन में खुशहाली के नए-नए रंग भर रही है। मुझे यह जानकर भी खुशी हुई है कि भोजपत्र से नए-नए प्रोडक्ट बनाने के लिए राज्य सरकार, महिलाओं को ट्रेनिंग भी दे रही है।राज्य सरकार ने भोजपत्र की दुर्लभ प्रजातियों को संरक्षित करने के लिए भी अभियान शुरू किया है।जिन क्षेत्रों को कभी देश का आखिरी छोर माना गया था, उन्हें अब देश का प्रथम गांव मानकर विकास हो रहा है। ये प्रयास अपनी परंपरा और संस्कृति को संजोने के साथ आर्थिक तरक्की का भी जरिया बन रहा है।
मुझे इस बार काफी संख्या में ऐसे पत्र भी मिले हैं, जो मन को बहुत ही संतोष देते है। ये चिट्ठी उन मुस्लिम महिलाओं ने लिखी हैं, जो हाल ही में हज यात्रा करके आई हैं। उनकी ये यात्रा कई मायनों में बहुत खास है। ये वो महिलाएं हैं, जिन्होंने, हज की यात्रा, बिना किसी पुरुष सहयोगी या मेहरम के बिना पूरी की है और ये संख्या सौ-पचास नहीं, बल्कि, चार हजार से ज्यादा है। यह एक बड़ा बदलाव है |